Wednesday, October 19, 2011

ई बैंकिंग, सावधानी व सुरक्षा के 10 उपाय


आजकल सभी बैंक अकाउंट खोलने के बाद इन्टरनेट बैंकिंग की सुविधा देती हैं| यह सुविधा दो तरह की होती है, पहली यूसर आई डी द्वारा भुगतान और दूसरी अपने ही एटी एम कार्ड द्वारा भुगतान| नया अकाउंट खोलने पर या पुराने अकाउंट पर मांगे जाने पर बैंक द्वारा एक यूसर आई डी और 2 पासवर्ड (लोगिन पासवर्ड और ट्रांस्जेक्सन पासवर्ड) प्रदान किया जाता है| जुलाई 2009 के बाद से इस्सू होने वाले सभी एटी एम कार्ड पर स्पेशल CVV / CVV2 कोड होता है जो ऑनलाइन भुगतान में प्रयोग होता है|

http://i.huffpost.com/gen/298590/thumbs/r-BANK-COMPUTER-HACKING-large570.jpg

चूंकि यह सारा काम ऑनलाइन होता है तो भूल चूक की संभावना ना के बराबर होती है, मगर फिर भी कुछ शातिर लोग आपको चूना लगा सकते हैं| आपकी एक छोटी सी गलती आपका पूरा अकाउंट खाली कर सकती है| अत: ऑनलाइन भुगतान करते वक़्त इन बातो का विशेष ध्यान रक्खे|

1 . बैंक द्वारा प्रदान किये गए पासवर्ड, फर्स्ट यूस के बाद ऑनलाइन अकाउंट एक्टिवेट हो जाता है अत: फ़ौरन नया पासवर्ड बदल लें| अपना पासवर्ड किसी को भी ना बताये| यहाँ तक की आपका पासवर्ड बैंक के कर्मचारी, मेनेजर या कस्टमर केयर आदि किसी को भी नहीं बताना|

2 . कोशिश यही करनी चाहिए की जहाँ तक हो सके ई बैंकिंग अपने ही पर्सनल कंप्यूटर पर ही किया जाए| साइबर कैफे या किसी भी परिचित के कंप्यूटर का प्रयोग ना ही करें तो बेहतर है|

3 . अपने कंप्यूटर पर भी ख़ास सावधानी की ज़रूरत है| फालतू के सॉफ्टवेर ना ही लोड करे तो अच्छा है क्यूकी घटिया सॉफ्टवेर के साथ वाइरस के फैलने का डर रहता है|

4 . यदि मजबूरी में साइबर कैफे या अन्य का कंप्यूटर प्रयोग कर रहे हैं तो मोज़िला फायरफोक्स या इन्टरनेट एक्स्प्लोरर का लेटेस्ट प्रयोग करें| लेटेस्ट सॉफ्टवेर में प्राइवेट ब्राउसिंग का आप्शन होता है जो आपकी लोगिन डाटा को सेव रखता है|

5 . ई बैंकिंग का भुगतान जिस वेबसाइट को कर रहे हैं वह सुरक्षित होनी चाहिए| अधिकतर वेबसाइट किसी 128 bit SSL Gateway (or 256 bit) का प्रयोग करती है| इन Gateways को प्रमाणित करने हेतु सर्टिफिकेट पर विशेष ध्यान दें|

6 . बैंक कभी भी अपने यूसर्स को लोगिन पासवर्ड या प्राइवेट जानकारी से सम्बन्धित ई मेल नहीं भेजता है| यदि आपको कोई ऐसा मेल मिले जो आपकी ई बैंकिंग जानकारी को पूछे तो आप तुरंत उसे डिलीट कर दें| बैंक द्वारा समय समय पर आपको ईमेल के माध्यम से यही अवगत कराया जाता है की कोई कितना भी पूछे, आई डी & पासवर्ड किसी को नहीं बताना|

http://images.idiva.com/media/photogallery/2011/Jun/protect_identity_online1_600x450.jpg

7 . जिस बैंक अकाउंट का प्रयोग ई बैंकिंग के लिए किया जाए उस में न्यूनतम भुगतान राशि ही रखनी चाहिए, ताकि कोई भी गड़बड़ होने पर नुक्सान की संभावना कम से कम हो| उदाहरण के लिए मैं जिस अकाउंट का प्रयोग इ बैंकिंग में स्वंय करता हूँ उसमे न्यूनतम 50 हजार ही रखता हूँ|

8 . बच्चो को अपना एटीएम कार्ड ना प्रयोग करने दें| उनके लिए अलग से अकाउंट खुलवा कर देना एक अच्छा विकल्प है|

9 . एटीएम कार्ड पर 16 अन्क का एक कोड व अवधि आदि का उल्लेख होता है, एटीएम कार्ड द्वारा भुगतान करने पर यही कोड व अवधि आदि का प्रयोग किया जाता है, अत: अपने कार्ड को छिपा कर ही रखना बेहतर होता है|

10 . एटीएम कार्ड का प्रयोग एटीएम सेंटर पर बहुत सावधानी पूर्वक गुफ्त रूप से करने हेतु केबिन होता है| अपने अधिकार का पूरा प्रयोग करें| एटीएम सेंटर से जो पर्ची निकलती है उसको फाड़ कर ही कूड़ेदान में डालना चाहिए, क्यूकी उस पर कोड अंकित होता है|

धोखाधडी होने का अंदेशा हो तो इसकी सूचना तत्काल बैंक कस्टमर केयर को फोन करके देनी चाहिए और अपने अकाउंट लोक करवा के बड़े नुकसान से बचना चाहिए|

इंजिनियर मैक मीर
(निदेशक)
आई टी मैक डोट कोम
प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान
आगरा|

2 comments: