

क्लिकजैकिंग (ClickJacking) तकनीक
क्लिकजैकिंग (ClickJacking) तकनीक 2008 में Jeremiah Grossman and Robert Hansen ने खोजी थी| इस तकनीक में वेब क्लिक के माध्यम से यूसर के अकाउंट का फुल या पर्सिअल अधिकार हैकर के पास चला जाता है, और फिर हैकर उसके अकाउंट का खूब मज़े से प्रयोग करता रहता है जैसे की कुत्ते के ऊपर कलिली चिपक के मज़े से खून चूसती है| ही ही ही ही ही !!!

फेसबुक पर आजकल क्लिकजैकिंग (ClickJacking) तकनीक से लोगो के अकाउंट हैक किये जा रहे हैं|
सबसे पहले हैकर अपने फ्रेंड को एक चटपटी विडियो या इमेज (जयादातर पोर्न विडियो) भेजता है| जैसे की फेसबुक में ये वाल पोस्ट| फिर जब कोई लपक के उस विडियो पर क्लिक कर देता है तो विडियो या इमेज के पीछे छिपी स्क्रिप्ट (प्रोग्रामिंग कोड) अपना काम शुरू कर देती है| सबसे पहले यह स्क्रिप्ट (प्रोग्रामिंग कोड) अपने आप को खूब फैलता है, ताकि जयादा से जयादा लोगो तक पहुँच सके| क्लिक करने वाले सभी यूसर के सभी दोस्तों के पास वो विडियो लिंक आगे शेयर होता जाता है| जब ये लिंक यूसर के दोस्त को प्राप्त होती है तो दोस्त या तो उसे आगे फॉरवर्ड कर देता है या अपने दोस्त से लड़ाई करता है| "क्यों बे ऐसी गन्दी गन्दी विडियो क्यों भेज रहा है" असल में वो आपके दोस्त ने नहीं भेजी वो तो उस बेबकूफ की वजह से फ़ैल गई अनजाने में|
इस से कैसे बचा जाए?
1.) जब आपके फ्रेंड की तरफ से ऐसी कोई पोर्न विडियो लिंक आए तो सबसे पहले उसे डिलीट करें, और अपने फ्रेंड को आगाह कर दें की बेटा तुम्हारे अकाउंट की बाट लग गई है| जल्दी से अपना पासवर्ड बदल के सिक्यूरिटी बदले|
जैसा की चित्र में ऊपर दिखाया गया है की सूरज नाम के मेरे फ्रेंड ने बिना भेजे ही मेरे वाल पोस्ट पर ये पोर्न विडियो डाल दिया। ये इसकी गलती नहीं है| बस गलती इतनी है की इसने क्लिक किया होगा और ये मेरे पास आ गई| अब यदि मैं भी प्ले कर के देखने लगू तो यह मेरे सब दोस्तों के पास पहुच जाएगी|
2.) जब आपके पास ऐसा कोई लिंक आए तो डोंट वार्री| इसे डिलीट कर दें ऐसे सिम्पल|

3.) यदि इस लिंक पर क्लिक कर दिया है और यह फ़ैल रहा है तो फेसबुक की अकाउंट सेट्टिंग में जाकर ऐप्प्स सेट्टिंग चेक करें| जो भी नया ऐप्प्स दिखे फ़ौरन डिलीट कर दें| असल में मैं किसी भी फेसबुक ऐप्प्स प्रयोग करने की सलाह नहीं दूंगा क्यूकी मुझे इन ऐप्प्स पर बिलकुल भी भरोसा नहीं होता|
4.) फेसबुक ऐप्प्स, फेसबुक वाले नहीं बनाते, ये ऐप्प्स पब्लिक डेवलपर्स बनाते हैं, और कोई भी जो Php, JavaScript आदि का ज्ञान रखता है ऐप्प्स बना के फेसबुक ऐप्प्स लिस्ट में डाल सकता है| जब आप किसी ऐप्प्स को ज्वाइन करते हैं तो ऐसा लिखा आता है --

जब आप किसी ऐप्प्स को ज्वाइन करते हैं तो आप अपना अकाउंट उस के हवाले कर देते हैं, ऐप्प्स डेवलपर्स कुछ भी कर सकता है फिर| आप अपनी मर्ज़ी से अपना अकाउंट दुसरे को दे रहे होते हैं| ये तो भाई ये ही बात हो गई आ बाईल मुझे मार!!! ही ही ही ही |
5.) हालाँकि फेसबुक ने ऐप्प्स के लिए अलग से पासवर्ड (ऐप्प्स पासवर्ड) का आप्शन दे रक्खा है, मगर फिर भी इन ऐप्प्स पर मुझे तो कतई भरोसा नहीं होता|
फेसबुक में आए दिन नए नए लोचे होते ही रहते हैं| बेचारे फेसबुक वालो की टीम डेली न्यू चेलेंग्ज़ फेस करती है| खैर सारे लोचे से बचने का सिर्फ एकमात्र तरीका यही है की अपना ज्ञान बढाया जाए|
आज के लिए इतना काफी है जल्द मिलूँगा फिर नए टोपिक के साथ| तब तक के लिए अलविदा|
इंजिनियर मैक मीर
(निदेशक)
आई टी मैक डोट कोम
प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान
आगरा|
नोट - यदि कोई क्लिकजैकिंग के विषय में अधिक जानना चाहे तो मुझ से यहाँ कमेन्ट बॉक्स में संपर्क कर सकता है|
Great !!! Super duper like....!! Fantastically written info ...!!!
ReplyDeletethank you prashant...
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